4 DECEMBER INDIAN NAVY DAY – Know the History of Indian Navy and Its Importance
Path-Finder December 5, 2023 04 दिसंबर
इतिहास में आज का दिन
भारतीय नौसेना दिवस ( INDIAN NAVY DAY )
भारत की तीनों सेनाएं थल, वायु और जल सेना हर तरफ से देश की सुरक्षा में तत्पर है। आज दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में भारतीय सेना का नाम लिया जाता है।
इतिहास के पन्ने पलट कर देखें तो दुश्मन देश ने जब भी भारत पर हमला करने की सोची तो जमीन से ही आक्रमण किया। इसकी एक वजह देश की जल सीमा की कड़ी सुरक्षा हो सकती है।
भारतीय नौसेना के जवान, जिन्हें हम जल प्रहरी कह सकते हैं, वह जल मार्ग की सुरक्षा में मुस्तैद रहे। दुश्मन में समझ गए कि इस मार्ग से आक्रमण संभव नहीं।
भारतीय नौसेना की इसी उपलब्धि, साहस के कारण देशवासी उन्हें सलाम करने के लिए आज के दिन भारतीय नौसेना दिवस के तौर पर मनाते हैं।
जानिए भारतीय नौसेना का इतिहास और इसका महत्व
कब मनाया जाता है नौसेना दिवस
4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाते हैं। भारतीय नौसेना बलों को सम्मानित करने और उनके योगदान की सराहना के लिए यह खास दिन मनाते हैं।
हर साल नौसेना दिवस मनाने के लिए एक अलग थीम तय की जाती है। नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत कबसे हुई ?
भारतीय नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत मई 1972 में हुए एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी सम्मेलन में हुई, जब 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
4 दिसंबर को क्यों मनाते हैं नौसेना दिवस?
1971 के भारत-पाक के बीच युद्ध हुआ था। इस युद्ध में पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को भारतीय हवाई अड्डे पर हमला कर दिया।
पाकिस्तानी सेना के आक्रमण हमले का जवाब देते हुए भारतीय नौसेना ने 4 और 5 दिसंबर की रात हमले की योजना बनाते हुए सैकड़ों पाकिस्तानी नौसेना के जवानों को मार गिराया।
इस मिशन में भारतीय नौसेना के नेतृत्व कमोडोर कासरगोड पट्टणशेट्टी गोपाल राव ने किया। नौसेना की उपलब्धि और प्रयासों को स्वीकार करते हुए 4 दिसंबर को नेवी डे मनाते हैं।
कब हुई भारतीय नौसेना की स्थापना? भारतीय नौसेना 1612 में अस्तित्व में आई, जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने रायल इंडियन नेवी नाम से नौसेना बनाई।
ईस्ट इंडिया कंपनी ने व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के उद्देश्य से एक नौसैनिक दल का गठन किया था। स्वतंत्रता के बाद 1950 में इसे भारतीय नौसेना के तौर पर पुनर्गठित किया गया।
भारतीय नौसेना का जनक किसे कहते है। ?
छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय नौसेना के जनक के रूप में जाने जाते है ।
4 DECEMBER INDIAN NAVY DAY
The three armies of India, the Army, the Air Force and the Navy, are ready to protect the country from all sides.
Today the Indian Army is named among the most powerful armies in the world. If we turn the pages of history, whenever the enemy country thought of attacking India, it attacked from land only.
One reason for this could be the tight security of the country’s water border. The soldiers of the Indian Navy, whom we can call water guards, remained alert in the security of waterways.
The enemy understood that attack through this route was not possible. Due to this achievement and courage of the Indian Navy, the countrymen celebrate today as Indian Navy Day to salute them.
Know the history of Indian Navy and its importance
When is Navy Day celebrated? Navy Day is celebrated on 4th December.
This special day is celebrated to honor the Indian Naval Forces and appreciate their contribution. Every year a different theme is decided to celebrate Navy Day.
When did the celebration of Navy Day begin?
The celebration of Indian Navy Day began at a Senior Naval Officers Conference held in May 1972, when it was decided to celebrate Indian Navy Day on 4 December.
Why is Navy Day celebrated on 4th December?
There was a war between India and Pakistan in 1971. In this war, Pakistan attacked the Indian airport on 3 December.
Responding to the Pakistani Army’s offensive attack, the Indian Navy planned an attack on the night of 4 and 5 December, killing hundreds of Pakistani Navy personnel.
The Indian Navy was led by Commodore Kasargod Pattanashetty Gopal Rao in this mission. Navy Day is celebrated on 4th December to acknowledge the achievements and efforts of the Navy.
When was the Indian Navy established?
The Indian Navy came into existence in 1612, when the East India Company formed a navy named the Royal Indian Navy.
The East India Company had formed a naval force for the purpose of protecting trading ships. After independence, it was reorganized as the Indian Navy in 1950.
Who is called the father of Indian Navy?
Chhatrapati Shivaji Maharaj is known as the father of the Indian Navy.